Body composition in hindi

Best Guide To Body Composition In Hindi | बॉडी कंपोजिशन क्या है और इसे कैसे जाने?

Body Composition (बॉडी कंपोजिशन) के कॉन्सेप्ट को आसान भाषा में समझा जाए तो इसका मतलब है यह जानना की हमारा शरीर किन चीज़ों (रासायनिक तत्वों या कोशिकाओं) से मिलकर बना है । एक स्वस्थ body composition वह होता है जिसमें fat-free mass (मुख्य रूप से muscle mass) ज्यादा होता है और fat mass (body fat) कम होता है ।

Guide to New year's Fitness Resolutions

ULTIMATE GUIDE FOR NEW YEAR’s FITNESS RESOLUTIONS 2024 in HINDI | नये साल के संकल्प क्यों टूटते है और इन्हें कैसे बनाये रखे ? 

New year’s fitness resolutions उम्मीदों और महत्वाकांक्षा से भरे हुए होते हैं। हम खुद को स्लिम, मस्क्युलर और फिट बनाने की कल्पना करते हैं, लेकिन फरवरी तक इन आकांक्षाओं को ख़त्म होते देखा जा सकता है। लेकिन क्यों?

कैफीन फॉर फिटनेस एंड बॉडीबिल्डिंग

MASTERCLASS ON “CAFFEINE FOR FITNESS AND BODYBUILDING” IN HINDI | फिटनेस और बॉडीबिल्डिंग के लिए कैफीन के उपयोग पर वृहद ज्ञान

आज हम इस “आर्टिकल-सह-गाइड” में जानेंगे की क्या कैफ़ीन सच में एक ऐसा जादुई हथियार है, जो ना सिर्फ वर्कआउट के लिए ईंधन का काम करता है, बल्कि हमारी कार्यक्षमता को कई गुना तक बढ़ा सकता है।

Intermittent fasting guide in hindi

Best Intermittent Fasting Guide On Internet In Hindi

Intermittent fasting कोई डाइट नही बल्कि एक सही तरह से खाने की तकनीक है। यह आपको बोरिंग डाइट से छुटकारा दिला सकती है। जिस स्वास्थ्य का मूल्य हमें रोजाना डाइट की चिंता कर-कर के चुकाना पड़े, तो ऐसा स्वास्थ्य किस काम का? लेकिन intermittent fasting आपकी इस डाइट की चिंता को हमेशा के लिये खत्म कर सकती है।

Power of Placebo Effect in Hindi

आप आपकी सोच से भी ज्यादा ताकतवर है | Power of Placebo Effect in Hindi

Placebo Effect एक रहस्यमयी चीज़ है, जिसके ना केवल मानसिक बल्कि शारीरिक प्रभाव भी देखे गए है। Placebo Effect के कारण कई बार नकली चीज़े (sham substance) भी असली चीज़ों की तरह काम करती है। 

Best Creatine Guide In Hindi

Best Creatine Guide in Hindi- Benefits, Side Effects,Usage And More | जानिए क्रिएटिन के बारे में सब कुछ जो आपको जानना जरुरी है। 

जितना ज्यादा फिटनेस और स्पोर्ट्स में creatine का उपयोग किया जाता है, उतनी ही ज्यादा इसके बारे में myths और भ्रांतियाँ भी फैलायी जाती है। आज हम इन्हीं myths और भ्रान्तियों को दूर करते हुए जानेंगे की creatine क्या है, कैसे काम करता है और इसे कैसे लें? 

Greasing the Groove in hindi

ताकत (Strength) बढ़ाने का आसान तरीका | Greasing the Groove (GtG) In Hindi

Greasing the Groove की तकनीक में हम उस एक्सरसाइज के बहुत से reps लगाते है, जिसमें हमे strength बढ़ाना है। लेकिन failure के आसपास भी नही जाना है, मतलब muscles बिल्कुल भी थकना नहीं चाहिये।

इस तकनीक का मुख्य उद्देश्य एक्सरसाइज को सही form में करते हुए, muscles और नर्वस सिस्टम को थकने (fatigue होने) से बचाना है। क्योंकि इससे हम कुछ दिनो में नही बल्कि कुछ मिनटों में रिकवर हो जाते है और दिन भर में कितनी बार भी इस वर्काउट को दोहरा सकते है।

Weightlifting for Kids in Hindi

All About Weightlifting For Kids In Hindi | Gym जाने की सही उम्र क्या है और क्या कम उम्र में weightlifting से height रुकती है?

इसमें आप जानेगे कि जिम में वजन उठाना उतना भी खतरनाक नही जितना लोग सोचते है और यह शारिरीक विकास को बाधित नही करता, जैसे की हाइट का ना बढ़ना। बच्चों के लिये weightlifting या strength training तब ही खतरनाक हो सकती है, जब इसे सही तरीके से न किया जाये। 

Mind-Muscle Connection in Hindi

Mind-Muscle Connection क्या है और muscle building के लिये इसका इस्तेमाल कैसे करें | 5 Best Tips to Improve Mind-Muscle Connection in Hindi

इन सभी रणनीतियों के बीच वो ऐसी कौन सी एक मानसिक रणनीति है, जो सभी bodybuilders पर काम करती है और आप को भी ज्यादा से ज्यादा muscles बनाने में मदद कर सकती है? उस मानसिक रणनीति का नाम है- Mind-Muscle Connection….. 

Delayed onset muscle soreness in hindi

DOMS (Delayed Onset Muscle Soreness) Masterclass In Hindi |‌‌‌‌ Muscles soreness क्या है और इस दर्द को कैसे कम करें

Delayed onset muscle soreness को शॉर्ट में DOMS भी कहा जाता है । यह एक ऐसी शारीरिक स्थिति है जिसमें कसरत के 24 से 48 घण्टों के बाद मांसपेशियों में दर्द या soreness महसूस होती है। अगर वही कसरत आप कुछ दिनो बाद अगली बार दोहराते है, तो muscle soreness पहले जितनी ज्यादा नही होगी। 

Body type Myth in hindi

Biggest Body type or Somatotype Myth in Hindi | बॉडीबिल्डिंग ट्रेनिंग और डाइट में आपके बॉडी टाइप का क्या महत्व है? जानिए सच्चाई

फिटनेस की दुनिया में इसके कई विशेषज्ञों का मानना है कि हमें body types (या सोमेटोटाइप्स) की जानकारी होना अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि इन्हीं सोमेटोटाइप्स के अनुसार diet और एक्सरसाइज/ट्रेनिंग करके इस genetic disadvantage को कम किया जा सकता है।